आज दशहरे के दिन

आज दसहरा है | सबेरे सबेरे अलोक, छोटे भाई का पुणे से फोन आया समाचार के साथ दसहरा के दिन प्रणाम कर आश्रीबाद के लिए| उस समय मैं पार्क में घूम रहा था| मैं अभी लौटते हुए रास्ते में ही था कि राकेश का फोन आया इसीलिए अमरीका से | थोड़ी देर बाद सुरेन्द्र जी का सासाराम से|

यह पुरानी परम्परा है गाँव में और फिर बंगाल की भो | बचपन से देखता आया हूँ गाँव में इस दिन शाम को लोग- बच्चे और बूढ़े, घर घर जा अपने से बड़ों को प्रणाम कर आश्रीबाद लेते थे| अलग अलग घरों में अपनी सामर्थ्य के अनुसार कुछ मीठा का भी इंतजाम होता था | एक चीज और याद आती है कि कुछ लोग निकलते वक्त पान भी देते थे | हमे पान नहीं मिलता था, क्योंकि हम छोटे थे तब| एक बार किसी तरह रो गा पान मिल गया | पर खाने का अनुभव इतना ख़राब रहा कि मैं कभी इसे पसंद नहीं किया|

बंगाल में भी करीब यही परंपरा रही थी| दसहरे के दिन किसी घर जाने पर खूब मिठाइयां मिलती थी| लोग एक दूसरे के घर जातें हैं इस दिन गले मिलते हैं या पैर छूते हैं बड़ों का| हिन्दुतान मोटर्स में एक समय मेरे पडोसी थे पालचौधरीजी | उस साल उनके यहाँ से काफी मिठाइयां आईं थी|

मेरी दिली इच्छा यही रही कि हमारे बच्चे और फिर उनके बच्चे भी अपने परिवार और देस की कुछ अच्छी परम्पराओं को माने | अपने से बड़ों का आश्रीबाद समय असमय बहूत आत्मबल देता है | किसी तरह का नुकशान तो इससे नहीं हो सकता | और फिर बड़ों को खुश कर और उन्हे प्रसन्न देख क्या हम को ख़ुशी नहीं होती|

दो साल पहले तक दशहरे और होली के दिन मैं सासाराम और पिपरा फोन कर मामाजी और चाचाजी को प्रणाम कर लेता था, अच्छा लगता था | पिछले साल तक चाचाजी थे | अब तो वे भी नहीं रहे | आज सोचा तो लगा कि परिवार में केवल यमुना के बड़े भाई साहब मुझसे बड़े हैं | फिर एक दो बार के प्रयत्न से उनसे संपर्क हो पाया और उनको प्रणाम कर अच्छा लगा | एक बात और कि ८० साल की उम्र में भी शिव प्रसाद मिश्र मेरे ‘कैसे हैं?’ के जबाब में जबाब दिये, ‘ बहूत अच्छा हूँ अभी, दो घंटे कुदाली चला लेता हूँ|’ किसे ऐसी बात सुन ख़ुशी नहीं होगी?
दसहरा शुभ हो सभी को जो इसे पढ़ें और अन्यों को भो | परम्परा चलती रहे|

This entry was posted in Uncategorized. Bookmark the permalink.

Leave a Reply

Fill in your details below or click an icon to log in:

WordPress.com Logo

You are commenting using your WordPress.com account. Log Out /  Change )

Facebook photo

You are commenting using your Facebook account. Log Out /  Change )

Connecting to %s